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Showing posts from November, 2023

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कार्तिक पूर्णिमा का महत्व

#VedicAstroPointChannel 🙏कार्तिक पूर्णिमा का महत्व🙏 🙏🏻 सृष्टि के प्रारम्भ से ही कार्तिक पूर्णिमा की तिथि बड़ी ही खास रही है। पुराणों में इस दिन स्नान,व्रत, तप एवं दान को मोक्ष प्रदान करने वाला बताया गया है। इस माह के महत्व के बारे में स्कन्द पुराण, नारद पुराण, पद्म पुराण आदि प्राचीन ग्रंथों में विस्तार से बताया गया है भगवान श्रीकृष्ण ने इस मास की व्याख्या करते हुए कहा है,‘पौधों में तुलसी , मासों में कार्तिक , दिवसों में एकादशी और तीर्थों में द्वारका मेरे हृदय के सबसे निकट है।’ इसीलिए इस मास में भगवान श्री नारायण के साथ तुलसी और शालीग्राम के पूजन से भी असीम पुण्य प्राप्त होता है ।  🙏🏻 इस पवित्र माह में की पूजा, व्रत दान और नित्य सुबह स्नान से असीम पुण्य की प्राप्ति होती है। कार्तिक माह में किए स्नान का फल, एक हजार बार किए गंगा स्नान के समान, सौ बार माघ स्नान के समान, वैशाख माह में नर्मदा नदी पर करोड़ बार स्नान के समतुल्य होता है। जो फल कुम्भ में प्रयाग में स्नान करने पर मिलता है, वही फल कार्तिक माह में किसी भी पवित्र नदी के तट पर स्नान करने से प्राप्त होता है। 🙏🏻...

छठ पर्व पर करें सूर्य की पूजा

#VedicAstroPointChannel छठ पर्व पर करें सूर्य की पूजा  ================ सूर्य देव सभी ग्रहों के राजा हैं। इन्हें सूर्य नारायण भी कहा जाता है पुराणों की कथा के अनुसार भगवान विष्णु ने ही सूर्य रूप में जन्म लिया था। सूर्योपनिषद् में सूर्य को ब्रह्मा, विष्णु और रूद्र का स्वरूप माना गया है। माना जाता है कि उदयकालीन सूर्य ब्रह्मा रूप में होते हैं। दोपहर में सूर्य विष्णु रूप में और संध्या के समय संसार का अंत करने वाले रूद्र रूप में होते हैं। जिन लोगों को सूर्य ग्रह के कुप्रभाव के कारण पारिवारिक जीवन एवं करियर में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है उनके लिए उगते सूर्य को जल देना उत्तम माना जाता है। धन की प्राप्ति की इच्छा रखने वालों को दोपहर के समय लाल फूलों के साथ सूर्य देव को जल देने का विधान है। मोक्ष की आकांक्षा रखने वालों के लिए संध्या कालीन सूर्य की उपासना उत्तम बताई गई। इन तीनों सिद्घियों को पाने के लिए ही प्राचीन काल में तीनों समय सूर्य की पूजा की जाती थी। रविवार का दिन सूर्य उपासना के लिए सबसे उत्तम माना गया है। =================================== इस दिन सूर्य को जल चढ़ान...

भाई दूज (यम द्वितीया) विशेष

#VedicAstroPointChannel भाई दूज (यम द्वितीया) विशेष 🔶🔹🔶🔹🔶🔹🔶🔹🔶🔹🔶 पौराणिक महत्व 🔶🔹🔶🔹🔶 शास्त्रों के अनुसार भाई को यम द्वितीया भी कहते हैं इस दिन बहनें भाई को तिलक लगाकर उन्हें लंबी उम्र का आशीष देती हैं और इस दिन मृत्यु के देवता यमराज का पूजन किया जाता है  ब्रजमंडल में इस दिन बहनें यमुना नदी में खड़े होकर भाईयों को तिलक लगाती हैं।  भाई दूज को भ्रातृ द्वितीया भी कहते हैं। इस पर्व का प्रमुख लक्ष्य भाई तथा बहन के पावन संबंध व प्रेमभाव की स्थापना करना है। इस दिन बहनें बेरी पूजन भी करती हैं। इस दिन बहनें भाइयों के स्वस्थ तथा दीर्घायु होने की मंगल कामना करके तिलक लगाती हैं। इस दिन बहनें भाइयों को तेल मलकर गंगा यमुना में स्नान भी कराती हैं। यदि गंगा यमुना में नहीं नहाया जा सके तो भाई को बहन के घर नहाना चाहिए। यदि बहन अपने हाथ से भाई को भोजन कराये तो भाई की उम्र बढ़ती है और जीवन के कष्ट दूर होते हैं। इस दिन बहनें अपने भाइयों को चावल खिलाएं। इस दिन बहन के घर भोजन करने का विशेष महत्व है। बहन चचेरी अथवा ममेरी कोई भी हो सकती है। यदि कोई बहन न हो तो गाय, नदी आदि स्त...

गोवर्धन पूजन विशेष

#VedicAstroPointChannel गोवर्धन पूजन विशेष 🔶🔹🔶🔹🔶🔹🔶 हमारे वेदों में कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा के दिन वरुण, इन्द्र, अग्नि आदि देवताओं की पूजा का विधान है। इसी दिन बलि पूजा, गोवर्धन पूजा, मार्गपाली आदि होते हैं। इस दिन गाय-बैल आदि पशुओं को स्नान कराकर, फूल माला, धूप, चंदन आदि से उनका पूजन किया जाता है। गायों को मिठाई खिलाकर उनकी आरती उतारी जाती है। यह ब्रजवासियों का मुख्य त्योहार है। अन्नकूट या गोवर्धन पूजा भगवान कृष्ण के अवतार के बाद द्वापर युग से प्रारम्भ हुई। उस समय लोग इन्द्र भगवान की पूजा करते थे तथा छप्पन प्रकार के भोजन बनाकर तरह-तरह के पकवान व मिठाइयों का भोग लगाया जाता था। ये पकवान तथा मिठाइयां इतनी मात्रा में होती थीं कि उनका पूरा पहाड़ ही बन जाता था। अन्न कूट परिचय 🔶🔹🔶🔹🔶🔹🔶 अन्न कूट एक प्रकार से सामूहिक भोज का आयोजन है जिसमें पूरा परिवार और वंश एक जगह बनाई गई रसोई से भोजन करता है। इस दिन चावल, बाजरा, कढ़ी, साबुत मूंग, चौड़ा तथा सभी सब्जियां एक जगह मिलाकर बनाई जाती हैं। मंदिरों में भी अन्नकूट बनाकर प्रसाद के रूप में बांटा जाता है। अन्नकूट पूजन विधि 🔶🔹🔶🔹...

क्यों महत्वपूर्ण है नरक चतुर्दशी और दीपदान

#VedicAstroPointChannel क्यों महत्वपूर्ण है नरक चतुर्दशी और दीपदान  ========================= कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को 'नरक-चतुर्दशी', 'छोटी दीपावली', 'रूप-चतुर्दशी', 'यमराज निमित्य दीपदान' के रूप में मनाया जाता है | आज के दिन को नरकासुर से विमुक्ति के दिन के रूप में भी मनाया जाता है | आज के ही दिन भगवन श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था | नरकासुर ने देवताओं की माता अदिति के आभूषण छीन लिए थे | वरुण को छत्र से वंचित कर दिया था | मंदराचल के मणिपर्वत शिखर को कब्ज़ा लिया था | देवताओं, सिद्ध पुरुषों और राजाओं को 16100 कन्याओं का अपहरण करके उन्हें बंदी बना लिया था |कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को भगवन श्रीकृष्ण ने उसका वध करके उन कन्याओं को बंदी गृह से छुड़ाया, उसके बाद स्वयं भगवन ने उन्हें सामाजिक मान्यता दिलाने के लिए सभी अपनी पत्नी स्वरुप वरण किया | इस प्रकार सभी को नरकासुर के आतंक से मुक्ति दिलाई, इस महत्वपूर्ण घटना के रूप में नरक चतुर्दशी के रूप में छोटी दीपावली मनाई जाती है | रूप चतुर्दशी (उबटन लगाना और अपामार्ग का प्रोक्षण ) आज के दिन सूर्योदय से प...

दीपावली पर ऐसे करे माँ लक्ष्मी की पूजा, सरल पूजन की विधि विस्तार से।

#VedicAstroPointChannel ऐसे करे माँ लक्ष्मी की पूजा, सरल पूजन की विधि विस्तार से  =================================== .  एक पट्टे पर सुन्दर लाल कपड़ा बिछाकर पट्टे को चारों ओर से कलावे से बांध दें। फिर इस पर हल्दी और आटे से एक अष्टदल कमल या श्री लक्ष्मी यंत्र बनाएं। . . पट्टे पर एक ओर लघु सूखा नारियल और दूसरी ओर दक्षिणावर्ती शंख स्थापित करें। पट्टे के नीचे दायीं ओर चावल की ढेरी पर एक कलश स्थापित करें। पूजा प्रारंभ करने से पूर्व साधक दुरात्माओं और आसुरी शक्तियों को भगाने के लिए चारों दिशाओं में राई या सरसों फेंकें तथा पवित्रीकरण मंत्र से अपने चारों ओर पवित्र जल से छींटे डालें।  हाथ में जल लेकर संकल्प मंत्र से पूजा का संकल्प लें। मैं (अपना नाम बोलें), सुपुत्र श्री (पिता का नाम बोलें) ,गोत्र (गोत्र बोलें), पता (अपना पूरा पता बोलें) अपने परिजनो के साथ जीवन को समृध्दि से परिपूर्ण करने वाली माता महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिये कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन महालक्ष्मी पूजन कर रहा हूं। हे मां, कृपया मुझे धन, समृध्दि और ऐश्वर्य देने की कृपा करें। मेरे इस ...

12 नवंबर 2023 दीपावली की महत्वपूर्ण जानकारी।।

#VedicAstroPointChannel 🐘 🔅!!ॐ!!🔅🐘 नमस्ते तु महामाये श्रीपीठे सुर पूजिते । शंख चक्र गदा हस्ते महालक्ष्मी नमोस्तुते।। 🪷🌸🪷🌸🪷🌸🪷🌸🪷 आपको सपरिवार दीपावली की अनन्त शुभकामनाएं। 🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂 *धन्वंतरि जयन्ती,धन तेरस एवं कुबेर पूजा* 10 नवम्बर 2023 शुक्रवार *धन्वंतरि एवं कुबेर पूजन:-* शाम 5:46 Pm से 8:25 Pm तक 🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿 *रूपचौदस एवं  यम दीप दान* 11 नवम्बर 2023 शनिवार            *यम दीप दान* शाम 05:28 Pm से 08:47 Pm तक 🛕🪷🚩🪷🚩🪷🚩🪷🛕 *श्रीमहा लक्ष्मी पूजन के शुभ मुहूर्त:* 🎊🎊🎊🎉🎊🎊🎊🎉🎊 *दीपावली 12 नवम्बर 2023 रविवार* *व्यवसायिक स्थल पूजन मुहूर्त* (1) प्रातः 07:02 Am से 09:20 Am तक वृश्चिक स्थिर लग्न (2) प्रातः 08:03 Am से 09:24 Am  चर बेला (3) 09:24 Am से 10:44 Am  लाभ बेला (4) 10:44 Am से 12:05 Pm तक अमृत बेला (5) 11:29 Am से 12:27 Pm तक अभिजित मुहूर्त: (6) 01:06 Pm से 02:35 Pm तक कुम्भ स्थिर लग्न (7) 01:26 Pm से 02:46 Pm तक शुभ बेला 🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹 *सांय कालीन गृह पूजा शुभ मुहूर्त:* (1) 05:28 PM से 07...

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